Ayodhya: श्री राम जन्मभूमि मंदिर में राम लला की मूर्ति भले ही कर्नाटक के पत्थर से तैयार की गई है, लेकिन प्रथम तल पर स्थापित होने वाला राम दरबार सफेद संगमरमर का होगा। इसी के साथ राम मंदिर ट्रस्ट ने जो लेखा जोखा प्रस्तुत किया है उसके अनुसार बीते वित्तीय वर्ष में मंदिर को 363 करोड़ 34 लाख रूपया प्राप्त हुआ है तो राम भक्तों ने 13 कुंतल चांदी, 20 किलो सोना भी समर्पित किया है। इसी के साथ फिक्स डिपाजिट के रूप में 2600 करोड़ रुपया जमा है। जबकि मौजूदा वित्तीय वर्ष में श्री राम मंदिर और उससे जुड़ी व्यवस्थाओं के निर्माण पर 850 करोड़ खर्च का अनुमान है।
श्री राम जन्मभूमि मंदिर के प्रथम तल पर श्री राम का दरबार स्थापित किया जाएगा जिसमें श्री राम, जानकी, हनुमान और तीनों भाई की मूर्तियां सफेद संगमरमर की होंगी, राम का दरबार पहले से टाइटेनियम से बनाया गया है। जिस व्यक्ति ने टाइटेनियम का राम दरबार बनवाया था उसे अब राम मंदिर ट्रस्ट को सौंप दिया गया है। यह भी निर्णय लिया गया है कि श्री राम मंदिर की उत्सव मूर्तियां डेढ़ फीट लंबी, एक फीट चौड़ी, और एक से सवा फीट ऊंची होगी। जिसे मंदिर के प्रथम तल पर ही रखा जाएगा।
श्री राम मंदिर ट्रस्ट को बीते वित्तीय वर्ष में 363 करोड़ 34 लाख रूपया भक्तो के समर्पण के रूप में प्राप्त हुआ है। इस राशि को चेक, दान पात्र और भक्तों द्वारा सीधे खाते में डिपजिट समेत विभिन्न समर्पण विधियों से प्राप्त किया गया है। इसी के साथ राम मंदिर ट्रस्ट ने यह भी साफ कर दिया है कि अभी तक श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण में 540 करोड रुपया खर्च हो चुका है और केवल मंदिर निर्माण पर आगे 670 करोड रुपए और खर्च हो सकता है। यही नहीं मंदिर निर्माण के साथ बुनियादी ढांचा विकसित करने और अन्य निर्माण पर भी 180 करोड़ की धनराशि खर्च होने का अनुमान है। अर्थात 850 करोड़ रुपए की कुल धनराशि मौजूदा वित्तीय वर्ष में आगे खर्च होने का अनुमान है। बात नगद धनराशि की ही नहीं है बल्कि राम भक्तों ने 13 कुंतल चांदी और 20 किलो सोना भी रामलला को समर्पित किया है। इसमें से 9 कुंतल 44 किलो चांदी भारत सरकार की संस्था मिंट को दिया गया है जो इसका सुद्धिकरण यानि गलाने का काम करेगी।
वहीं फिक्स डिपाजिट के रूप में कितने पैसे श्री राम मंदिर ट्रस्ट के खाते में जमा है यह भी अब साफ हो गया है। श्री राम मंदिर ट्रस्ट के खाते में 2600 करोड रुपए का फिक्स डिपाजिट है। हालांकि 2 दिन पहले ही राम मंदिर को एक पत्र के साथ एक चेक मिला जो 2100 करोड रुपए का है, लेकिन इस चेक पर पाने वाले के नाम के स्थान पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा राहत कोष लिखा है लिहाजा इस चेक को अब राम मंदिर ट्रस्ट प्रधानमंत्री कार्यालय को भेज रहा है।