चूरू. मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल सिर्फ राजनीति में ही नहीं बल्कि गायकी में भी माहिर है. जी हां केंद्रीय कानून मंत्री और बीकानेर से सांसद अर्जुन राम मेघवाल को अब-तक आपने संसद में बोलते हुए सुना और देखा होगा लेकिन क्या कभी आपने उन्हें गजल और गाना गाते देखा है? नहीं देखा तो इस खबर में आप देखेंगे की उनकी लोकगीत और मांड पर कितनी अच्छी पकड़ है.
पद्मश्री अल्लाह जिलाई बाई की गाई सुनाई मांड
शहर के टाउन हॉल में हुए कार्यक्रम में कलेक्टर एसपी के साथ ही जनप्रतिनिधि और कई विभागों से जुड़े अधिकारी, कर्मचारियों के अलावा आमजन भी उपस्थित थे. इस दौरान केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा सबको, सब कुछ नहीं मिलता, इसलिए जीवन में जो है उसके साथ खुश रहो. इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा पद्मश्री से सम्मानित अल्लाह जिलाई बाई जो कभी महाराजा गंगासिंह के दरबार में गायिका थी महज तेरह साल की आयु में ही उन्होंने राजगायिका की उपाधि प्राप्त कर ली थी. जो मांड गायिकी के अलावा ठुमरी, ख्याल और दादरा की उम्दा कलाकार थी. केसरिया बालम, बाई-सा-रा-बीरा, काली-काली काजलिये री रेख, झालो दियो जाय जिनके लोकप्रिय गीत हैं. उनकी गायी मांड सुनाई. इसके अलावा केंद्रीय मंत्री ने जगजीत सिंह की गायी गजल सुनाई. उन्होंने कहा वर्तमान समय में लोग तनाव में रह रहे हैं पति, पत्नी के संबंध बिगड रहे हैं, केंद्रीय मंत्री ने कहा रिश्तों में एक को हारना ही पड़ेगा तभी रिश्ते बने रहेंगे.

