छत्तीसगढ़ में एक मंदिर जिले में रहने वाले लोगों के लिए एक नया धार्मिक स्थल बनकर सामने आया है। कहते हैं कि इस मंदिर में माता वैष्णो देवी की गुफा और हिमाचल प्रदेश की ज्वाला देवी के अखंड ज्योति के दर्शन श्रद्धालु एक साथ कर सकते हैं।
अब जम्मू जाने की नहीं जरूरत
बता दें कि इस मंदिर में जम्मू-कश्मीर में स्थित माता वैष्णो देवी की गुफा की तरह इस मंदिर का निर्माण किया गया है। इस मंदिर के निर्माण के बाद भक्तों को अब वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जम्मू-कश्मीर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
इतना ही नहीं, माता वैष्णो देवी के मंदिर में जलने वाली अखंड ज्योति को हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में स्थित ज्वाला जी मंदिर से लाया गया है. बता दें कि इस मंदिर का निर्माण 2006 में किया गया था। मंदिर में स्थापित मां वैष्णो देवी की मूर्ति को जयपुर से लाया गया है।
मंदिर के पुजारी के अनुसार, मंदिर में मां वैष्णो के दर्शन के लिए छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से श्रद्धालु आते हैं और उनकी हर मनोकामनाएं पूरी होती है। जम्मू में स्थित मां वैष्णो देवी मंदिर की तरह ही यहां भी पूरे विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की जाती है। मंदिर के अंदर प्रवेश करते वक्त जम्मू की गुफा जैसा अहसास होता है।
मंदिर की खास बात
पंडित ने आगे बताया कि मंदिर की खास बात यह है कि श्रद्धालुओं को एक साथ माता वैष्णो देवी और ज्वाला देवी के दर्शन करने को मिलता है। इसी के साथ भक्त इस मंदिर में भैरव नाथ के भी दर्शन कर सकते हैं।उन्होंने आगे बताया कि ज्वाला जी की अखंड ज्योति को हिमाचल प्रदेश से 3 सदस्यों द्वारा यहां पर लाया गया था और यह ज्वाला पिछले 18 साल से लगातार प्रज्वलित हो रही है। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में बना यह मंदिर भक्तों के लिए एक आस्था का केंद्र बना हुआ है।