नई दिल्ली । भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि इस साल कड़ाके की ठंड कम पड़ेगी जबकि शीतलहर चलने के भी आसार रहीं हैं। देश भर में इस बार सर्दियों के गर्म रहने की भविष्यवाणी करते हुए आईएमडी ने कहा है कि न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है। यह भारत सहित दुनिया भर में पिछले महीने अनुभव की गई गर्मी के मुताबिक है, जो 1901 के बाद से तीसरा सबसे गर्म नवंबर रहा। भारत में 1901 के बाद से इस साल फरवरी, अगस्त और नवंबर सबसे गर्म महीने रहे। इसके साथ 2023 धरती पर अब तक का सबसे गर्म साल बनने की राह पर है। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि ‘अल नीनो जैसी बड़े पैमाने की विशेषताओं, पश्चिमी विक्षोभ और बंगाल की खाड़ी में विकसित होने वाले आगामी चक्रवात जैसे क्षेत्रीय कारकों के अलावा देश में सामान्य से अधिक न्यूनतम तापमान होने की संभावना है, जिससे यह गर्म सर्दियों का मौसम बन जाएगा। मीडिया में आई रिपोर्ट के अनुसार आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि कमजोर और धीमी शीत लहरें दिसंबर से फरवरी के समय को और गर्म बनाए रख सकती हैं। मौजूदा वक्त में अल नीनो की स्थिति, भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर पर दर्ज किए गए सामान्य समुद्री सतह के तापमान से अधिक गर्म है और अपने चरम पर पहुंच रही है। जबकि गर्म सर्दी में योगदान देने वाले दूसरे कारणों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण बादल छाए रहना भी शामिल है, जिससे न्यूनतम तापमान बढ़ सकता है। आईएमडी के प्रमुख ने कहा कि ‘इसके अलावा जल्द ही विकसित होने वाले चक्रवात के कारण भी बादल छाएंगे और आने वाले दिनों में दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत और पूर्वी तटीय भारत में न्यूनतम तापमान सामान्य से काफी ऊपर रहेगा।
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