
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी आज वायनाड के दौरे पर हैं। इस दौरे के दौरान, उन्होंने वायनाड में हाल ही में आए लैंडस्लाइड से प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया।
नेशनल डेस्क: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी आज वायनाड के दौरे पर हैं। इस दौरे के दौरान, उन्होंने वायनाड में हाल ही में आए लैंडस्लाइड से प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। वायनाड में हुए इस लैंडस्लाइड के कारण चार गांव पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं, जिसमें 250 से अधिक लोगों की जान चली गई जबकि सैकड़ों लोग लापता हैं।। इस हादसे ने स्थानीय निवासियों की जीवन-यापन को गंभीर रूप से प्रभावित किया है, और राहत व पुनर्वास के प्रयास चल रहे हैं।

राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने हादसे में प्रभावित परिवारों से मिलने का कार्यक्रम भी तय किया है। उनके दौरे का उद्देश्य प्रभावित परिवारों को सांत्वना देना और उन्हें सरकारी राहत व पुनर्वास योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान करना है। गांधी परिवार का यह दौरा स्थानीय प्रशासन और राहत कार्यों में शामिल टीमों के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे क्षेत्रीय नेताओं को राहत और पुनर्वास कार्यों में सक्रिय समर्थन प्राप्त हो सकेगा।

लापता हुए लोगों की तलाश का काम जारी
केरल के वायनाड जिले में दो दिन पहले हुए भूस्खलन के बाद बचावकर्मी प्रतिकूल परिस्थतियों में भी तलाश एवं बचाव अभियान जारी रहे हैं लेकिन कई लोगों का अब तक पता नहीं चल पाया है। बचावकर्मी नष्ट हो चुके घरों और इमारतों में लोगों की तलाश कर रहे हैं, लेकिन चारों ओर मलबा होने के कारण उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बुधवार शाम तक के आधिकारिक अनुमान के अनुसार, भूस्खलन प्रभावित वायनाड में अब भी 191 लोग लापता हैं, जबकि सूत्रों का मानना है कि वास्तविक संख्या इससे कहीं अधिक हो सकती है।

अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए मुंडक्कई जैसे क्षेत्रों में तलाश एवं बचाव अभियान चलाने के लिए जेसीबी जैसे उपकरणों की जरुरत है। वायनाड के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में बचाव अभियान तेज करने के प्रयास में मुंडक्कई और चूरलमाला के सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों को जोड़ने के लिए 190 फुट लंबा ‘बेली ब्रिज’ बनाया जा रहा है और बृहस्पतिवार शाम तक इसके पूरे होने की उम्मीद है। रक्षा विभाग के एक जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि तेजी से पुल का निर्माण किया जा रहा है।

टीम चूरलमाला में तेजी से पुल का निर्माण कर रही
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”मद्रास इंजीनियर्स ग्रुप की टीम चूरलमाला में तेजी से पुल का निर्माण कर रही है। टीम प्रतिकूल मौसम परिस्थितियों और बढ़ते जल स्तर के बावजूद दृढ़ता और समर्पण का प्रदर्शन कर रही है।” वायनाड जिले में मंगलवार तड़के मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांवों में मूसलाधार बारिश के बाद भूस्खलन की घटनाएं हुईं, जिसमें महिलाओं और बच्चों सहित बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो गई।

