गुजरात: इस साल गुजरात में मानसून काफी मेहरबान रहा। बारिश इतनी भयंकर थी कि इसमें कई मासूम लोगों की जान चली गई। गुजरात के जामनगर में हाल ही में आई बाढ़ पर राज्य के कलेक्टर भाविन पंड्या ने कहा कि विभिन्न एजेंसियों की मदद से और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के सहयोग से बचाव और राहत अभियान सफलतापूर्वक चलाया गया। जामनगर के कलेक्टर भाविन पंड्या ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “हमने विभिन्न एजेंसियों की मदद से जामनगर में बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए बचाव और राहत अभियान चलाया। हमें अपने सीएम का निर्देश था। रिकॉर्ड समय में, एक सप्ताह के भीतर, हमने लोगों को राहत प्रदान की। हमने लोगों को 20 करोड़ रुपये से अधिक की राहत सामग्री प्रदान की है।
Highlights:
- गुजरात बाढ़, पीड़ितों को मिलेगी 20 करोड़ से अधिक की सहायता
- मुख्यमंत्री कीं लगातार समीक्षा बैठकें
- 15 से 20 हजार लोगों को बचाया
15 से 20 हजार लोगों को भेजा गया शिविर
बता दें, इससे पहले भी जब राज्य बाढ़ से जूझ रहा था, तब जामनगर कलेक्टर पंड्या ने कहा था कि जिला प्रशासन ने पहले ही 15,000 से 20,000 फंसे हुए लोगों को बचाकर राहत शिविरों में पहुंचा दिया है। पिछले महीने गुजरात में भारी बारिश ने कहर बरपाया था, बाढ़ के कारण सर पीएन रोड पर एक छोटे पुल का एक हिस्सा भी बह गया था, जिससे यात्रियों की आवाजाही प्रभावित हुई थी। गुजरात सरकार के अनुरोध के बाद भारतीय सेना की छह टुकड़ियों ने भी बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव अभियान चलाया।
मुख्यमंत्री का बाढ़ पीड़ितों के लिए संकटमोचक अभियान, बचाव और राहत में तेजी!
इस बीच, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भी लगातार समीक्षा बैठकें कीं और बैठक के दौरान जिला कलेक्टरों और नगर आयुक्तों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर तुरंत पहुंचाने, बचाव कार्यों, आवश्यक आपूर्ति की उपलब्धता और राहत रसोई की व्यवस्था के बारे में विस्तृत रिपोर्ट प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने लोगों को आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने तथा निकासी के लिए आवश्यकता पड़ने पर जिला प्रशासन के साथ सहयोग करने की सलाह दी, क्योंकि यह जान-माल की सुरक्षा के सर्वोत्तम हित में है।
मुख्य सचिव राज कुमार ने सुझाव दिया कि जिला कलेक्टर और नगर आयुक्त मौसम विभाग द्वारा समय-समय पर जारी चेतावनियों के प्रति सतर्क रहें तथा अपने-अपने जिलों और शहरों में स्थिति से निपटने के लिए पहले से योजना बनाएं।