नेशनल डेस्क : आज के समय में लोगों के पास फोर- विलर से लेकर टू- विलर और कई तरह के वाहन होते है। चाहे आप टू-विलर चला रहे हों या फोर-विलर, आपके पास सरकार द्वारा जारी किया गया ड्राइविंग लाइसेंस होना आवश्यक है। लेकिन लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया में कई नियम और कठिनाइयाँ हैं। जब लोग ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने जाते हैं, तो उन्हें अक्सर भाग-दौड़ और कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। RTO ऑफिस के चक्कर लगाना, आवश्यक दस्तावेज एकत्र करना, और ड्राइविंग टेस्ट देना जैसी चुनौतियाँ आम हैं। अब परिवहन विभाग इन परेशानियों को देखते हुए ड्राइविंग लाइसेंस की प्रक्रिया में बड़े बदलाव की योजना बना रहा है। इसका उद्देश्य लोगों को सहूलियत प्रदान करना है, ताकि वे बिना किसी कठिनाई के आसानी से लाइसेंस प्राप्त कर सकें।
नई पहल का उद्देश्य
परिवहन विभाग की योजना है कि अब अस्थायी पते के आधार पर भी परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की सुविधा दी जाएगी। इसके तहत, लोग दूसरे शहर में रहकर भी लाइसेंस प्राप्त कर सकेंगे। यह कदम उन लोगों के लिए बेहद फायदेमंद होगा जो नौकरी या पढ़ाई के कारण अपने गृह नगर से दूर रहते हैं। इसके अलावा, आवेदकों को अब ड्राइविंग टेस्ट देने के लिए RTO ऑफिस जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे लोगों को समय और मेहनत की बचत होगी, जिससे लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया और भी सरल हो जाएगी।
वर्तमान नियम क्या हैं?
फिलहाल, लर्नर लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया में भी लोगों को सहूलियत मिली हुई है। इसे किसी भी स्थान से बनवाया जा सकता है, जो कि आवेदकों के लिए फायदेमंद है। फेसलेस सुविधा की शुरुआत के बाद, आवेदक अब किसी भी शहर से ड्राइविंग लाइसेंस बनवा सकते हैं। उनके आधार कार्ड पर दर्ज पते के अनुसार लाइसेंस जारी किया जाता है, जिससे प्रक्रिया को सरल बनाया गया है। हालांकि, परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस के लिए अभी ये सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं। आवेदकों को इस प्रक्रिया में अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, जैसे कि अपने असली पते वाले शहर के RTO ऑफिस जाना। मगर जब आवेदनकर्ता डीएल लेने के लिए RTO ऑफिस पहुंचता है, तो उसे लौटा दिया जाता है।
परेशानी का समाधान
अस्थायी पते का आईडी कार्ड होने के बावजूद कई लोग परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस नहीं पा सकते हैं। इसी परेशानी को देखते हुए परिवहन विभाग ने इस बड़े बदलाव की योजना बनाई है। हालांकि, यह योजना कब और कैसे लागू होगी, इस पर अभी अधिक जानकारी नहीं दी गई है। लेकिन इस पहल से लोगों को बड़ी सहूलियत मिलने की उम्मीद है, जिससे उन्हें लाइसेंस बनवाने में आसानी होगी।