नेशनल डेस्क: भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्षयात्री सुनीता विलियम्स, जो पिछले साल जून महीने से अंतरिक्ष में हैं, अब स्पेसएक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से पृथ्वी पर लौटने जा रही हैं। उनके साथ दो और अंतरिक्षयात्री – बुच विल्मर, निक हेग और एलेक्जेंडर गोर्बुनोव भी धरती की ओर रवाना होंगे। इस यात्रा का सफर लगभग 17 घंटे का होगा और बुधवार, 19 मार्च 2025 को भारतीय समयानुसार सुबह 3.30 बजे ये सभी अंतरिक्ष यात्री धरती पर लैंड करेंगे। इस लैंडिंग की प्रक्रिया काफी जटिल है, और यह कई चरणों में पूरी होती है। आइए जानते हैं कि स्पेसक्राफ्ट ड्रैगन से अंतरिक्षयात्री की वापसी के समय पूरी प्रक्रिया क्या होगी।
1. प्रेशर सूट पहनने से शुरू होगा सफर
अंतरिक्ष यात्रा के इस अंतिम चरण की शुरुआत सबसे पहले अंतरिक्षयात्रियों द्वारा प्रेशर सूट पहनने से होगी। यह सूट उनके सुरक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसके बाद, अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेसक्राफ्ट में सवार किया जाएगा। स्पेसक्राफ्ट के अंदर सभी लीकेज की जांच की जाएगी, और हैच को बंद किया जाएगा, ताकि कोई भी बाहरी तत्व अंदर प्रवेश न कर सके और सुरक्षा बनी रहे।
2. अनडॉकिंग प्रक्रिया
स्पेसक्राफ्ट ड्रैगन की अनडॉकिंग एक जटिल प्रक्रिया होती है, जिसे कई चरणों में किया जाता है।
– चरण 1: सबसे पहले, स्पेसक्राफ्ट के अंदर सुरक्षा चेक किया जाता है। इसके बाद, सभी महत्वपूर्ण सिस्टम जैसे कि लाइफ सपोर्ट सिस्टम, कम्युनिकेशन सिस्टम और थ्रस्टर सिस्टम की कार्यक्षमता की जांच की जाती है। यह सुनिश्चित किया जाता है कि अंतरिक्षयात्री की सुरक्षा के लिए सभी सिस्टम सही तरीके से काम कर रहे हैं।
– चरण 2: अनडॉकिंग से पहले, स्पेसक्राफ्ट को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से जोड़ने वाले सभी जोड़ खोले जाते हैं।
– चरण 3: इसके बाद थ्रस्टर सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है, जो स्पेसक्राफ्ट को आईएसएस से अलग कर देता है। थ्रस्टर की मदद से स्पेसक्राफ्ट की दिशा और गति को नियंत्रित किया जाता है।