Water Crisis in Rajasthan: पश्चिम राजस्थान के सरहदी इलाकों में रहने वाले बाड़मेर और जैसलमेर जिले के करीब 700 गांवों और रक्षा संस्थानों को एक बार फिर पेयजल संकट का सामना करना पड़ेगा। इस बार समस्या वोल्टेज या पाइपलाइन लीकेज की नहीं है, बल्कि बाड़मेर लिफ्ट पेयजल परियोजना के रखरखाव कार्य के चलते 72 घंटे का शटडाउन लिया गया है। यह शटडाउन 16 जनवरी से 19 जनवरी तक रहेगा, जिसके कारण पानी का उत्पादन और सप्लाई पूरी तरह बाधित रहेगी।
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता हजारीराम बालवां ने बताया कि बाड़मेर लिफ्ट पेयजल परियोजना के पहले चरण में मोहनगढ़ हैडवर्क्स पर स्थित पंपों की सफाई और रखरखाव का कार्य किया जा रहा है। इस वजह से यह शटडाउन आवश्यक है। इस दौरान बाड़मेर, बालोतरा, जैसलमेर जिलों के ग्रामीण इलाकों, बीएसएफ और सेना के रक्षा संस्थानों की जलापूर्ति प्रभावित होगी।
क्या होगा असर?
शटडाउन के दौरान 700 गांवों और शहरी इलाकों में पानी की किल्लत रहेगी। घरों में पानी की बचत करने और सही तरीके से उपयोग करने की अपील की गई है। कई क्षेत्रों में पानी का भंडारण पहले ही शुरू कर दिया गया है, लेकिन लंबी अवधि तक पानी न मिलने से लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। अधिकारियों ने स्थानीय निवासियों से अपील की है कि वे पानी का सोच-समझकर उपयोग करें और अनावश्यक खर्च से बचें। 72 घंटे के बाद स्थिति सामान्य होने की उम्मीद है। पेयजल संकट से निपटने के लिए लोग अपनी योजना बना रहे हैं, लेकिन यह शटडाउन एक बार फिर इस इलाके में पानी की कमी की गंभीरता को उजागर करता है।