आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर में बुधवार को बड़ा हादसा हो गया। इस घटना में 6 लोगों की मौत हो गई औऱ 40 श्रद्धालु घायल हो गए है। यह घटना तिरुमाला में भगवान वेंकटेश्वर मंदिर के वैकुंठ द्वार दर्शन के लिए टोकन वितरण के दौरान हुई है। वहीं, घायलों को तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर रामनारायण रुइया सरकारी जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस दुखद घटना में 6 भक्तों की मौत पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शोक व्यक्त किया औऱ कहा कि मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करती हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने प्रभावित परिवारों और घायलों के लिए अपनी संवेदना और प्रार्थना व्यक्त की और कहा कि तिरुपति मंदिर में दुर्भाग्यपूर्ण भगदड़ से दुखी हूं। प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू का बयान
CM चंद्रबाबू ने तिरुमाला श्रीवारी वैकुंठ द्वार में टोकन के लिए तिरुपति में विष्णु निवासम के पास हुई भगदड़ में चार भक्तों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि वह इस घटना में चार लोगों की जान जाने से बहुत दुखी हैं, यह तब हुआ जब बड़ी संख्या में भक्त टोकन के लिए एकत्र हुए थे। सीएम चंद्रबाबू नायडू ने उच्च अधिकारियों को घटनास्थल पर जाकर राहत उपाय करने का आदेश दिया है ताकि घायलों को बेहतर उपचार मिल सके।
क्यों हुई तिरुपति मंदिर में भगदड़
तिरुमाला श्री वेंकटेश्वर मंदिर में 10 से 19 जनवरी तक वैकुंठ द्वार दर्शन का आयोजन किया जाना है। यह भक्तों को भगवान वेंकटेश्वर का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पवित्र द्वार से गुजरने की अनुमति देता है। टीटीडी ने घोषणा की है कि आज से दर्शन के लिए ऑफ़लाइन टोकन जारी किए जाएँगे। टोकन जारी करने के लिए तिरुपति में नौ टोकन वितरण केंद्र स्थापित किए गए हैं। सुबह से ही देश के कई हिस्सों से बड़ी संख्या में भक्त टोकन लेने के लिए पहुँचें औऱ दिन के अंत तक सभी केंद्रों पर भारी भीड़ देखी गई, जिससे वहां भगदड़ हो गई।