असम के दीमा हसाओ जिले के उमरंगसो में 300 फीट गहरी कोयला खदान में अचानक लगभग 100 फीट तक पानी भर गया, जिससे खदान में काम कर रहे कुछ मजदूर वहीं फंस गए। दीमा हसाओ के उमरंगसो में कोयला खदान में फंसे नौ खनिकों को बचाने के लिए भारतीय सेना, असम राइफल्स, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और अन्य एजेंसियों के नेतृत्व में संयुक्त बचाव अभियान शुरु किया गया। कोयला खदान से एक शव बरामद किया गया है।

रुक रहा है रेस्क्यू ऑपरेशन
एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट एन. तिवारी के अनुसार, एक विस्तारित टीम के साथ प्रयास चौबीसों घंटे जारी हैं। कल शाम को ऑपरेशन बंद कर दिया गया था, और हमने आज सुबह फिर से ऑपरेशन शुरू किया है। हमें उम्मीद है कि हम जल्द से जल्द अपने खनिकों तक पहुंचेंगे और उन्हें बचा लेंगे। खनन में ऑपरेशन को अस्थायी रूप से रोकना पड़ा था, लेकिन आज पूरी ताकत से फिर से शुरू किया गया।
NDRF का बयान
NDRF का कहना है कि हमारे कमांडेंट, हमारी टीम, सेना के सभी लोग यहां मौजूद हैं। बाद में नौसेना के अधिकारी भी बचाव अभियान में शामिल होंगे। खदान में काम करने वाले एक खनिक ने कहा, “खदान में बहुत सारे लोग थे और अचानक लोगों ने चिल्लाना शुरू कर दिया कि पानी भर रहा है, करीब 30-35 लोग ऊपर आ गए और करीब 15-16 लोग अभी भी फंसे हुए हैं।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा का बयान
उमरंगसो में बचाव अभियान जारी रहने के दौरान, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने घटना के सिलसिले में एक प्राथमिकी दर्ज करने और एक व्यक्ति की गिरफ्तारी की घोषणा की थी। उन्होने बताया कि पुलिस ने घटना की जांच के लिए खनिज (विकास और विनियमन) अधिनियम, 1957 की धारा 21 (1) के साथ धारा 3(5)/105 बीएनएस का हवाला देते हुए उमरंगसो पीएस केस नंबर: 02/2025 के तहत एक एफआईआर दर्ज की है। प्रथम दृष्टया, यह एक अवैध खदान प्रतीत होती है। खदान के मालिक पुनीश नुनिसा को गिरफ्तार किया गया है