उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बुधवार को कहा कि आतंकवादियों ने स्वयं ही दुनिया को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के सबूत उपलब्ध करा दिए हैं और इस अभियान के तहत जिन लोगों को निशाना बनाया गया था, उनके ताबूतों को पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों और नेताओं द्वारा ले जाया गया था।
दक्षिण गोवा के वास्को में मोरमुगाओ बंदरगाह प्राधिकरण (एमपीए) द्वारा आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए धनखड़ ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारत के सटीक सैन्य हमलों ने जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा को करारा संदेश दिया। उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘‘इससे वैश्विक संदेश गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार की धरती से पूरी दुनिया को यह संदेश दिया था कि आतंकवाद को अब बख्शा नहीं जाएगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह हमला अंतरराष्ट्रीय सीमा से परे क्षेत्र में किया गया। हमारे सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए, लक्ष्य केवल आतंकवादी थे। यह सभी के लिए कितनी संतुष्टि की बात है।’’ उन्होंने कहा कि इस अभियान की सफलता के बाद कोई भी इसका सबूत नहीं मांग रहा है। धनखड़ ने कहा, ‘‘आतंकवादियों (जिन्हें निशाना बनाया गया) ने पूरी दुनिया के सामने इसका सबूत उजागर कर दिया। ताबूतों को उस देश के सैन्य बल, उस देश के राजनीतिक बल और आतंकवादियों द्वारा ले जाया गया।’’