नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के नोएडा और ग्रेटर नोएडा के किसानों के व्यापक विरोध प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है जिसके बाद बृहस्पतिवार को वाहनों का भारी जाम लग गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सरिता विहार में कई दोपहिया और चार पहिया वाहन जाम में फंस गए जिससे सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली-नोएडा राजमार्ग पर भी बड़ी संख्या में वाहनों के जाम में फंसे होने की सूचना है। अधिकारियों ने इस बीच बताया कि किसानों के व्यापक विरोध प्रदर्शन को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी खासकर दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उन्होंने बताया कि इसके लिए यातायात व्यवस्था में भी कुछ बदलाव किया गया है और लोगों को कुछ मार्गों पर यात्रा करने से बचने की सलाह दी गई है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ”राष्ट्रीय राजधानी में विभिन्न सीमा प्रवेश बिंदुओं पर भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। किसी को भी कानून व्यवस्था का उल्लंघन करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।” एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अर्धसैनिक बलों के साथ-साथ भारी सुरक्षा बल पहले से ही तैनात किया गया है।
उन्होंने बताया कि दिल्ली-हरियाणा और दिल्ली-उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाले सीमावर्ती क्षेत्रों पर अवरोधक लगाए गए हैं। दिल्ली यातायात पुलिस के अनुसार, बृहस्पतिवार को सोनिया विहार, डीएनडी, चिल्ला, गाजीपुर, सभापुर, अप्सरा और लोनी बॉर्डर से जुड़े मार्गों पर भारी यातायात होने की आशंका है। यात्रियों से कहा गया है कि वे अपनी यात्रा टाल दें या तदनुसार योजना बनाएं।
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में किसानों के विरोध प्रदर्शन से पहले गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने बुधवार एवं बृहस्पतिवार के लिए दंड प्रक्रिया संहिता धारा 144 लागू कर दी है। पुलिस ने यातायात संबंधित एक दिशानिर्देश भी जारी किया जिसमें ट्रैक्टरों पर किसानों के आंदोलन के मद्देनजर यात्रियों को दोनों शहरों में कुछ मार्गों पर मार्ग परिवर्तन के प्रति आगाह किया गया।
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में किसान समूह दिसंबर 2023 से स्थानीय विकास प्राधिकरणों द्वारा अधिग्रहीत अपनी भूमि के बदले बढ़े हुए मुआवजे और विकसित भूखंडों की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।